अगर आप नागपुर, पुणे, भोपाल, इंदौर, अहमदाबाद, विजयवाड़ा, गुवाहाटी, विशाखापट्टनम और पटना में रहते हैं, तो भी TOSS की यह रिपोर्ट आपके लिए ज़रूरी है, क्योंकि भविष्य में आपको मेट्रो में सफ़र करना है:-
1.कोरोना काल में बंद होने की वजह से अकेले दिल्ली मेट्रो को रोज़ाना हो रहा है 10 करोड़ रुपये का घाटा, मेट्रो कर्मियों को पूरा वेतन नहीं मिल रहा है.
2.कोरोना का ख़तरा कम नहीं हुआ है, लिहाज़ा मेट्रो में सफ़र करने वालों और मेट्रो का संचालन करने वालों को नए नियमों का पालन करना पड़ेगा.
3.सभी प्रमुख मेट्रो स्टेशनों पर ऑटोमैटिक थर्मल स्कैनिंग का इंतज़ाम किया जा रहा है, छोटे स्टेशनों पर मैनुअल स्कैनिंग की जाएगी .
4.मेट्रो यात्रियों को फोन में आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करना होगा और एंट्री प्वॉइंट पर अपना स्टेटस भी दिखाना होगा, एंट्री प्वॉइंट पर सैनिटाइजर रखा जाएगा .
5.स्मार्टफोन नहीं रखने वालों की थर्मल स्कैनिंग के बाद तय किया जाएगा कि उन्हें मेट्रो में यात्रा की अनुमति दी जाए या नहीं .
6.सीआईएसएफ कर्मी नज़दीक से चेकिंग नहीं करेंगे, अब दूर से ही चेकिंग और फ्रिस्किंग की जाएगी .
7.एयरपोर्ट की तर्ज पर अब लोगों को जेबों में रखा सामान किसी बैग में डालना होगा और उस बैग को स्कैनर मशीन पर रखकर चेकिंग करानी होगी .
8.अगर किसी के पास बैग नहीं है, तो भी चिंता करने की जरूरत नहीं है, उन्हें अब एयरपोर्ट की तर्ज पर सामान रखने के लिए ट्रे दी जाएगी .
9.चेकिंग के दौरान मेटल डिटेक्टर से बीप की आवाज आने पर जेबों में रखा सामान अपने हाथ से निकाल कर दिखाना होगा .
10.एक व्यक्ति को अपने साथ केवल एक बड़ा बैग या एक लैपटॉप और एक छोटा हैंड बैग या पर्स ही साथ ले जाने की इजाजत होगी .
11.मेट्रो स्टेशन परिसर में सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करने के लिए भी ख़ास इंतजाम किए जाएंगे .
12.एक-एक कर ही यात्रियों को मेट्रो के अंदर जाने की अनुमति होगी, यात्रियों को मास्क लगाना अनिवार्य होगा .
क्योंकि अब चेकिंग और मेट्रो कोच में जाने में वक़्त ज़्यादा लगेगा, हर स्टेशन पर मेट्रो ज़्यादा देर रुकेगी, इसलिए समय पर कहीं पहुंचने के लिए आधा-पौना घंटे पहले निकलना होगा
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